मावलिन्नोंग गांव क्यों है भारत का सबसे स्वच्छ गांव

भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय में स्थित मावलिन्नोंग गांव (Mawlynnong Village) को “एशिया का सबसे स्वच्छ गांव” का खिताब मिला है। यह गांव न केवल अपनी साफ-सफाई के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय लोगों की जागरूकता इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाती है।

मावलिन्नोंग की प्रमुख विशेषताएँ:

स्थान: यह गांव मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में स्थित है।
शिलॉंग से दूरी: लगभग 90 किलोमीटर
भाषा: खासी, हिंदी और अंग्रेज़ी
जनसंख्या: करीब 500 लोग
प्रसिद्धि : एशिया का सबसे स्वच्छ गांव (Discover India magazine द्वारा 2003 में घोषित)
प्रमुख जनजाति: खासी जनजाति
मुख्य व्यवसाय: बागवानी, पर्यटन, खेती

साफ-सफाई का मॉडल: हर घर के बाहर कूड़ादान, प्लास्टिक पर रोक, बायोडिग्रेडेबल कचरा निपटान यहाँ के लोग साफ-सफाई को केवल आदत नहीं बल्कि जिम्मेदारी मानते हैं। इसीलिए, यहाँ सड़कें साफ, घर सजे-संवरे और हर कोना हरियाली से भरा होता है।

क्यों प्रसिद्ध है मावलिन्नोंग :

  1. सफाई में मिसाल:
    गांव के हर घर के बाहर कूड़ेदान लगे होते हैं। हर व्यक्ति सफाई में योगदान देता है बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक। यहाँ प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित है और जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है।
  2. महिलाओं की सशक्त भूमिका:
    यह एक मातृसत्तात्मक समाज है। संपत्ति और उपनाम मां की तरफ से चलते हैं और महिलाएं परिवार का संचालन करती हैं।
  3. शांति और हरियाली से भरपूर:
    गाँव में शांति, ताजगी भरी हवा, और प्राकृतिक हरियाली हर किसी को सुकून देती है।

मावलिन्नोंग और उसके आसपास की प्रमुख दर्शनीय स्थल:

  1. लिविंग रूट ब्रिज (जड़ पुल):

यह पुल रबर के पेड़ों की जड़ों से बना है जिसे स्थानीय लोगों ने वर्षों में विकसित किया है। यह प्रकृति और मानव की समझदारी का अद्भुत उदाहरण है।

  1. बैलेंसिंग रॉक (झूलता पत्थर):

एक विशाल पत्थर एक छोटे पत्थर पर टिका है और ये प्राकृतिक संतुलन किसी अजूबे से कम नहीं।

  1. स्काय वॉक (Sky View Point):

यह बाँस से बना एक ऊँचा मचान है जहाँ से आप बांग्लादेश की सीमा तक देख सकते हैं। यहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य बहुत मनमोहक होता है।

  1. नदी और झरने:
    आसपास बहती स्वच्छ नदियाँ और छोटे-छोटे झरने इस गांव की सुंदरता को और बढ़ाते हैं।

5. स्थानीय बागवानी और खेती:

यहाँ के लोग खेती में जैविक विधियाँ अपनाते हैं और बाग-बगीचों को बहुत सुंदर तरीके से सजाते हैं।

मावलिन्नोंग कैसे पहुँचे :

निकटतम हवाई अड्डा: शिलॉंग (90 किमी) और गुवाहाटी (170 किमी)
रेलवे स्टेशन: गुवाहाटी रेलवे स्टेशन
सड़क मार्ग: शिलॉंग से टैक्सी या निजी वाहन द्वारा 2.5 से 3 घंटे का समय लगता है

कहाँ रुकें और क्या खाएं :

गांव में कई होमस्टे और छोटे होटल उपलब्ध हैं, जहाँ स्थानीय खासी व्यंजन जैसे कि जाड़ो (Jadoh), पुखलेन और तुंग-राई परोसे जाते हैं। यहाँ के लोग बेहद अतिथि-सत्कार करने वाले होते हैं।

निष्कर्ष:
मावलिन्नोंग गांव भारत का गर्व है। यह न केवल स्वच्छता में बल्कि पर्यावरण प्रेम, सामुदायिक भागीदारी, और संस्कृति के संरक्षण में भी मिसाल कायम करता है। अगर आप एक ऐसी जगह की तलाश में हैं जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य, शांति, और प्रेरणा तीनों मिलें, तो मावलिन्नोंग ज़रूर जाएँ।

Leave a Comment